Shivji ka rahasyamay mandir, शिव और पार्वती कहाँ खेलते हैं चौसर, भारत मे कहाँ शिव और पार्वती रोज आते हैं |
Shiv aur parwati chausar kaha khelte hain: कुल मिला के 12 प्रसिद्द ज्योतिर्लिंग है भारत मे जहाँ भक्त भगवन शिव का आशीर्वाद लेने जाते हैं | परन्तु इस सबमे एक ऐसा ज्योतिर्लिंग है जो की अद्भुत है क्यूंकि यहाँ पर मान्यता के अनुसार आज भी रोज रात्री को भगवन शिव और पार्वती चौसर खेलने आते हैं |
इस मंदिर में रोज रात्रि को पुजारीजी चौसर बिछा के जाते हैं परन्तु जब सुबह आते हैं तो वो चौसर बिखरा हुआ मिलता है, यही इस बात को साबिन करता है की भागन शिव और माता पर्वाती रोज इस मंदिर में आते हैं |
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Shiv aur parwati chausar kaha khelte hain: आइये जानते हैं की कहाँ पर ये मंदिर स्थित है ?
मध्य प्रदेश के निमाड़ में खंडवा के पास स्थित है ओंकारेश्वर मंदिर जो की नर्मदा तट पे बसा हुआ है | ये मंदिर नर्मदा नदी के बीच एक दिव्य पर्वत पर बसा हुआ है , इस पर्वत की खास बात ये है की ये पर्वत ओमकार के रूप में बना हुआ है और इस पर्वत की परिक्रमा जब कोई करता है तो वो ॐ के अकार में होती है |
इस मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यहाँ हर रोज भगवान शिव और माता पार्वती आकर चौसर-पांसे खेलते हैं और यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा हैं।
ऐसी मान्यता है की सारे तीर्थ करने के बाद ओम्कारेश्वर में दर्शन करना और जल चढ़ाना जरुरी होता है तभी सरे तीर्थ का फल प्राप्त होता है | इसीलिए यहाँ पे लोग दूर दूर से आते हैं और बाबा के दर्शन करते हैं |
तीर्थ यात्री विभिन्न पवित्र नदियों का जल लाके ओंकारेश्वर में बाबा को चढाते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं |
स्कंद पुराण, शिवपुराण व वायुपुराण में ओंकारेश्वर का महत्त्व बताया गया है | ये एक तपः स्थली है इसीलिए ओंकार पर्वत की परिक्रमा में हमे ढेरो आश्रम दिखेंगे जहाँ पे आज भी संत साधनारत हैं |
ये एक मात्र स्थान है जहाँ पे भोलेनाथ माँ पार्वती के साथ रात्रि को चौसर खेलते हैं |
रात्रि को शयन आरती के बाद इस मंदिर में चौसर को सजा दिया जाता है और कपाट बंद कर दिए जाते हैं और जब सुबह कपाट खुलते हैं तो पासे पलते हुए दीखते हैं |
यहाँ पर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग भी है जिनकी भी बहुत मान्यता है | अतः अगर आप ओंकारेश्वर आते हैं तो एक तो ओंकार पर्वत की परिक्रमा जरुर करें और साथ ही ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन भी जरुर करें |
Read in english about where lord shiva and parwati play everyday in india?
Shiv aur parwati chausar kaha khelte hain: ओम्कारेश्वर मंदिर में 5 महादेव के रूप स्थापित हैं :
- सबसे पहले हमे ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे |
- दूसरी मंजिल में हमे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन होंगे |
- तीसरी मंजिल पे आपको सिद्धनाथ महादेव के दर्शन होंगे |
- चौथी मंजिल पे हमे गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन होंगे |
- पांचवी मंजिल पे राजेश्वर महादेव के दर्शन होते हैं |
जानकारी के अनुसार ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर को देवी अहिल्याबाई ने बनवाया था।
जानकारी के अनुसार ओंकार क्षेत्र में 68 तीर्थ हैं और यहां 33 कोटि देवता परिवार सहित निवास करते हैं |
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