ऋण समस्या का उपाय, ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम, गणेश पूजा के माध्यम से वित्तीय समस्या का समाधान।
अगर कोई कर्ज की समस्या से गुजर रहा है, अगर व्यापार घाटे में चल रहा है, अगर आपको पैसे बचाने में समस्या आ रही है तो इसका एक सबसे अच्छा समाधान है ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम का पाठ करना। भगवान गणेश में जीवन की बाधाओं को दूर करने की जबरदस्त शक्ति है और यदि कोई इस स्तोत्र का पाठ करता है तो निस्संदेह जीवन सफल हो जाता है |
Rinmukti ke liye ganesh mantra |
Read in english about solution of DEBT PROBLEM by Rinmukti ganesh strotram.
किनको करना चाहिए ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम का पाठ ?
- जिन लोगो के ऊपर ऋण बढ़ता जा रहा है और कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है उन्हें इस स्त्रोत का पाठ रोज 3 समय करना चाहिए और भगवन गणेश से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करना चाहिए |
- जो लोग बेरोजगार है और आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं उन्हें भी इस स्त्रोत का पाठ रोज करना चाहिए |
- जिन लोगो को व्यापार में लगातार घाटा हो रहा है वे भी इस स्त्रोत का पाठ रोज कर सकते हैं |
- ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम का पाठ किसी भी प्रकार की आर्थिक बाधा को दूर करने में मदद करता है |
जो लोग पूर्ण भक्ति और विश्वास से इसका पाठ करते हैं उन्हें निश्चित ही भगवन श्री गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है |
कैसे करे ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम का पाठ ?
- इस पूजा को किसी शुभ महुरत से शुरू करना चाहिए |
- सुबह जल्दी उठ के अपने नियमित कार्यो से मुक्त हो जाए फिर पूजा में भगवान् गणेश जी की स्थापना करें |
- गणपति जी को धुप, दीप, नैवेद्य, पुष्प आदि अर्पित करें |
- दुर्बा भी अवश्य अर्पित करें |
- फिर ऋण मुक्ति स्त्रोत का पाठ शुरू करें |
नियमित इस स्त्रोत का पाठ निश्चित रूप से धनागमन के रास्ते खोलता है, आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है, संपन्न जीवन जीने में मदद करता है |
आइये जानते हैं कुछ शुभ महुरत ऋण मुक्ति के लिए गणेश पूजन शुरू करने के लिए :
- हर माह में आने वाली गणेश चतुर्थी को ये पूजा शुरू कर सकते हैं |
- बुधवार को अगर सर्वार्थ सिद्धि का योग पड़े तो गणेश पूजण शुरू कर सकते हैं |
- गुरु पुष्य योग से या फिर रवि पुष्य योग से ऋण मुक्ति प्रयोग शुरू कर सकते हैं |
- नवरात्री में भी इस कर्ज मुक्ति के प्रयोग को शुरू कर सकते हैं |
आइये जानते हैं ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र:
विनियोग:
अस्य श्रीऋणविमोचनमहागणपतिस्तोत्रमन्त्रस्य शुक्राचार्य ऋषि:, ऋणविमोचन महागणपतिर्देवता, अनुष्टुप छन्द:, ऋणविमोचनमहागणपतिप्रीत्यर्थे जपे विनियोग: ।
ऊँ स्मरामि देवदेवेशं वक्रतुण्डं महाबलम । षडक्षरं कृपासिन्धुं नमामि ऋणमुक्तये ।।1।।
महागणपतिं वन्दे महासेतुं महाबलम । एकमेवाद्वितीयं तु नमामि ऋणमुक्तये ।।2।।
एकाक्षरं त्वेकदन्तमेकं ब्रह्म सनातनम । महाविघ्नहरं देवं नमामि ऋणमुक्तये ।।3।।
शुक्लाम्बरं शुक्लवर्णं शुक्लगंधानुलेपनम । सर्वशुक्लमयं देवं नमामि ऋणमुक्तये ।।4।।
रक्ताम्बरं रक्तवर्णं रक्तगंधानुलेपनम । रक्तपुष्पै: पूज्यमानं नमामि ऋणमुक्तये ।।5।।
कृष्णाम्बरं कृष्णवर्णं कृष्णगंधानुलेपनम । कृष्णयज्ञोपवीतं च नमामि ऋणमुक्तये ।।6।।
पीताम्बरं पीतवर्णं पीतगंधानुलेपनम । पीतपुष्पै: पूज्यमानं नमामि ऋणमुक्तये ।।7।
सर्वात्मकं सर्ववर्णं सर्वगन्धानुलेपनम । सर्वपुष्पै: पूज्यमानं नमामि ऋणमुक्तये ।।8।।
एतदृणहरं स्तोत्रं त्रिसन्ध्यं य: पठेन्नर: । षण्मासाभ्यन्तरे तस्य ऋणच्छेदो न संशय: ।।9।।
सहस्त्रदशकं कृत्वा ऋणमुक्तो धनी भवेत ।।10।।
||इति रुद्रायमले ऋणमुक्ति श्री गणेश स्त्रोत्रम सम्पूर्णं ||
अगर कोई कर्ज की समस्या से गुजर रहा है, अगर व्यापार घाटे में चल रहा है, अगर आपको पैसे बचाने में समस्या आ रही है तो इसका एक सबसे अच्छा समाधान है ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम का पाठ करना। भगवान गणेश में जीवन की बाधाओं को दूर करने की जबरदस्त शक्ति है और यदि कोई इस स्तोत्र का पाठ करता है तो निस्संदेह जीवन सफल हो जाता है |
ऋण समस्या का उपाय, ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम, गणेश पूजा के माध्यम से वित्तीय समस्या का समाधान।