भीष्म एकादशी 2022 महत्व, जया एकादशी का महत्व, अच्छे जीवन के लिए क्या करें, कैसे करें एकादशी पूजा से जीवन की बाधाएं दूर, kab hai bheeshm ekadashi, ग्रहों की स्थिति कैसी रहेगी 12 फ़रवरी को ?
भीष्म एकादशी, व्रत और अनुष्ठान करके पुण्य संचय करने का बहुत शुभ दिन है। यह एक शक्तिशाली दिन है जो की हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ महीने में आता है। इसे जया एकादशी भी कहा जाता है और माघ शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन पड़ता है।
Bheeshm Ekadashi Ka Mahatva |
वर्ष 2022 में, भीष्म एकादशी 12 फरवरी, शनिवार को पड़ रही है।
पद्म पुराण और स्कंद पुराण, जया एकादशी से संबंधित कई रहस्यों का खुलासा करते है।
मान्यता के अनुसार, भीष्म जी ने इसी दिन पांडवों को विष्णु सहस्त्रनाम के रहस्यों का खुलासा किया और उन्हें प्रेरित किया। इस श्लोक में भगवान विष्णु के 1 हजार नाम हैं जो बहुत शक्तिशाली हैं और भगवान विष्णु के आशीर्वाद को आकर्षित करने का सबसे आसान तरीका है।
विष्णु सहस्त्रनाम का श्रवण और पाठ करने से भक्तों को जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलने में मदद मिलती है और इसलिए भीष्म एकादशी को भक्त उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
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आइए जानते हैं भीष्म एकादशी के कुछ और महत्व:
- यह भगवान विष्णु के आशीर्वाद को आकर्षित करने के लिए बहुत अच्छा दिन है।
- इस एकादशी व्रत से कोई भी भूत या पिशाच योनी से मुक्त हो सकता है |
- यदि किसी को पितृ दोष या प्रेत दोष है तो इस व्रत को रखने और इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से, दोष से मुक्त होना संभव है।
- हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि गंधर्व माल्यवान और अप्सरा पुष्पावती इस व्रत को रखने से पिशाच योनी से मुक्त हुए थे ।
- भक्तों का मानना है कि, भीष्म एकादशी व्रत मृत्यु के बाद मोक्ष प्रदान करने में सक्षम है।
आइए जानते हैं 12 फरवरी 2022 को ग्रहों की स्थिति:
- इस दिन राहु और केतु उच्च के रहेंगे जो जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए अनुष्ठान करने के लिए बहुत अच्छा है।
- चंद्रमा अपनी मित्र राशि में होंगे जो कि बहुत अच्छा भी है और विशेष रूप से मिथुन और धनु राशि के लोगों को चंद्र शक्ति के कारण विशेष लाभ मिलेगा।
- गोचर कुंडली में बुधादित्य योग बनेगा जो कि बहुत अच्छा है। यह एक राजयोग है इसलिए जो लोग शक्ति के लिए अनुष्ठान करना चाहते हैं उन्हें लाभ मिलेगा।
- गोचर कुंडली में शुक्र और मंगल अपनी मित्र राशि में होंगे जो कि बहुत अच्छा भी है और सभी को सांसारिक इच्छाओं को आकर्षित करने में सहायता करेगा।
अब आइए जानते हैं कि सफल जीवन के लिए हम भीष्म एकादशी पर क्या कर सकते हैं:
- भीष्म एकादशी पर भगवान विष्णु की पंचोपचार पूजा करें और अभिषेक करें। इसके साथ विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और सफल जीवन के लिए प्रार्थना करें।
- अगर आप अपने घर पर कोई पूजा नहीं कर पा रहे हैं तो किसी भी विष्णु मंदिर में जाएं और वहां दीप दान करें और फिर भगवान विष्णु के किसी भी मंत्र का उच्चारण करें जैसे ओम नमो भगवते वासुदेवाय।
- अगर आपको किसी विष्णु मंदिर में पीपल का पेड़ मिले तो एकादशी या ग्यारस पर उस पर जल चढ़ाएं और फिर पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और 11 परिक्रमा करें। यह आपकी ऋण समस्याओं से मुक्त करने में आपकी सहायता करेगा।
- यदि संभव हो तो पीपल के पेड़ के नीचे विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और आस-पास की सभी आत्माओं को मुक्त करने के लिए पुण्य दान करें जो किसी भी कारण से मुक्त नहीं हैं, यह निश्चित रूप से आपके जीवन को सफल बनाने में बहुत मदद करेगा।
- केसर युक्त दूध से भगवान विष्णु का अभिषेक जीवन में नौकरी और व्यापार के रूकावटो को दूर करता है । इसे ग्यारस पर करें और बदलाव देखें। पढ़िए धन प्राप्ति के १० आसान प्रयोग|
- यदि आपके कुंडली में पितृ दोष है या यदि आपको लगता है कि कोई भी आत्मा आपसे मदद की उम्मीद कर रही है तो आप विष्णु सहस्त्रनाम पूजा कर सकते हैं और उस आत्मा के लिए पुण्य प्रदान कर सकते हैं और आपको अपने जीवन में एक बहुत अच्छा बदलाव मिलेगा।
- ऐसे बहुत से लोग हैं जो किसी आत्मा के उपस्थिति का अनुभव करते हैं अपने घर में , वे भीष्म एकादशी के दिन का उपयोग उस आत्मा को मुक्त करने के लिए कर सकते हैं | आप अपने घर में विष्णु शाश्त्र्नाम का जप करके उस जप के पुण्य को आत्मा के मुक्ति के लिए दान करे |
आशा है कि आप इस दिन का लाभ अपनी क्षमता और जरुरत अनुसार उठा पायेंगे और जीवन को सफल बना पायेंगे । भगवान विष्णु सभी को स्वास्थ्य और सम्पन्नता प्रदान करें ।
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|| ओम नमो भगवते वासुदेवाय ||
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